किसान कल्याण संवाद में कृषि मंत्री ने गिनाईं किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाएं, बोले – हर परिस्थिति में सरकार किसानों के साथ। (Date: 22-04-2025)
बक्सर, बिहार। राज्य के किसानों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान हेतु आज बक्सर जिले में “किसान कल्याण संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने किसानों से सीधा संवाद करते हुए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने की। उन्होंने कहा कि यह संवाद कार्यक्रम किसानों की सक्रिय भागीदारी और सुझावों से कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने का कार्य करेगा।
कार्यक्रम के दौरान "कृषक युवा कल्याण सम्मान" के तहत उन किसानों को सम्मानित किया गया जिन्होंने कृषि क्षेत्र में नवाचार और आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की है। सम्मानित किसानों में श्री उपेन्द्र सिंह (बीज उत्पादन), श्री विनोद तिवारी (जैविक खेती), श्रीमती सरिता देवी (मशरूम उत्पादन), तथा श्री कमलेश पाण्डेय (सोनाचुर चावल की विशेष किस्म की खेती) प्रमुख रहे।
उप मुख्यमंत्री श्री सिन्हा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार सरकार किसानों के साथ हर परिस्थिति में खड़ी है।” उन्होंने डीजल अनुदान, फसल क्षति सहायता, कृषि यंत्रों पर अनुदान, जलवायु अनुकूल खेती, बीज वितरण, प्रशिक्षण और ग्रामीण कृषि बाजारों के विकास जैसी योजनाओं का उल्लेख किया।
कृषि विभाग के सचिव ने जानकारी दी कि कई किसान सीमित संसाधनों के बावजूद अत्यधिक लाभ कमा रहे हैं। उन्होंने किसानों को अन्य राज्यों में जाकर प्रशिक्षण लेने और आधुनिक तकनीकों को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि पराली प्रबंधन और संध्या चौपाल के माध्यम से जिले में जागरूकता बढ़ाई जा रही है तथा मखाना की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
सचिव ने यह भी साझा किया कि अब किसान गूगल जैसे डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर खेती की जानकारी स्वयं साझा कर रहे हैं। उन्होंने समूह में एक तरह की खेती करने को अधिक लाभकारी बताया।
इस संवाद कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों से आए सैकड़ों किसानों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। यह आयोजन न केवल सरकार और किसानों के बीच संवाद का सशक्त माध्यम बना, बल्कि विश्वास को और भी मजबूत करने का कार्य किया।