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यह योजना 17 जिलों में लागू की जाएगी: औरंगाबाद, बाँका, बेगूसराय, भागलपुर, गया, गोपालगंज, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, नालंदा, नवादा, पटना, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा, सिवान और वैशाली।
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योजना का उद्देश्य है बिहार में लेडी रोसेटा आलू का उत्पादन बढ़ाना और प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित कर किसानों की आमदनी में वृद्धि सुनिश्चित करना।
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प्रत्येक हेक्टेयर के लिए 30 क्विंटल बीज की आवश्यकता होगी। बीज का मूल्य ₹4,000 प्रति क्विंटल या वास्तविक मूल्य, जो कम हो, उसी दर पर किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।
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प्रति हेक्टेयर इकाई लागत बीज सहित ₹1,25,150 निर्धारित की गई है, जिसमें से 75 प्रतिशत यानी ₹93,863 प्रति हेक्टेयर का सहायतानुदान किसानों को दिया जाएगा।
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अनुदान दो किस्तों में मिलेगा:
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प्रथम किस्त ₹70,397: इनपुट और उपादान क्रय के लिए
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द्वितीय किस्त ₹23,466: स्थल निरीक्षण और भौतिक सत्यापन के उपरांत
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रबी मौसम में आलू की खेती अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से नवम्बर के द्वितीय सप्ताह तक की जाएगी।
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योजना के तहत किसानों को टिश्यू कल्चर द्वारा संवर्धित प्रजनक बीज (जी-3) उपलब्ध कराया जाएगा, जिसकी आपूर्ति संबंधित जिला के सहायक निदेशक (उद्यान) द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।